वीपीएन क्या है और इसका उपयोग क्या है? | What is VPN in Hindi?

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फिलहाल बहुत ही काम ऐसे लॉग होंगे जो इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते होंगे। अगर आप भी रोज इंटरनेट का इस्तेमाल करते है तो आप पर नजर रखी जाती है। पर कौन रखता है? पहले नंबर पर आता है गूगल, फिर आता है आप जो ब्राउजर इस्तेमाल करते है वो जैसे क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट एज और फिर आता यही फेसबुक। ये भी आप पर नजर रखते है। इसके बाद जो आपको इंटरनेट सुविधा देते है जैसे सिम कंपनी, वाईफाई कंपनी ये भी आपको जानकारी इकट्ठी करते है ऐसा कहा जाता है।

वीपीएन क्या है

आप कोनसी वेबसाईट पर जाते है ये चीजे वो देखते है। पर अगर आप पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करते यही तो वाईफाई किसी हैकर का हो सकता है। पर अगर आप आपके घर का या ऑफिस का वाईफाई इस्तेमाल करते है तो वे बस आप किस वेबसाईट पर गए है बस इतना ही देख सकते है। फिर आते है वो वेबसाईट जो आपको ट्रैक करते है। जिससे वो आपको विज्ञापन दिखा सके। इस सब में से आपको बस वीपीएन ही बचा सकता है।

वीपीएन क्या है?

वीपीएन का फूल फॉर्म वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क ऐसा है। अगर आप किसी भी वेबसाईट पर जाते है तो उनके पास आपका आईपी अड्रेस चला जाता है। ये महत्वपूर्ण होता है। इससे उनको आपकी लोकैशन पता चल सकती है। पर वो उतनी सटीक नहीं होती।

vpn वीपीएन

वीपीएन काम कैसे करता है?

इनके अलग अलग देशों में सर्वर होते है। जब भी आप किसी वीपीएन सर्वर से कनेक्ट होते है वो आपको एक नई आईपी अड्रेस प्रदान करते है। अगर आप अमेरिका के किसी सर्वर से कनेक्ट करते है तो गूगल, इंटरनेट कंपनी या आपकी वाईफाई की कंपनी को बस आप अमेरिका में यही दिखेगा। आपको अमेरिका का आईपी अड्रेस मिल जाता है। फिर आप कुछ भी सर्च करें आपको अमेरिका से जुड़े रिजल्ट दिखेंगे।

a person with head of google icon watching a person with head of usa sitting in india illustration

या प्रक्रियेत तुम्ही जर काही सर्च केलं तर तुमची रीक्वेस्ट त्या सर्व्हर कडे जाते तो सर्व्हर मग सर्च रिजल्ट तुम्हाला देतो. याने कोणालाही फक्त त्या सर्व्हरचीच माहिती दिसेल तुमची माहिती दिसणार नाही. तुमची माहिती पण सुरक्षित राहते. 

इस प्रक्रिया में आप जो कुछ भी सर्च करेंगे तो सबसे पहले वो रीक्वेस्ट सर्वर के पास जाती है फिर वो सर्वर आपको रिजल्ट दिखाता है। इससे किसी को भी बस उस सर्वर की ही जानकारी दिखेगी आपकी कुछ भी जानकारी नहीं मिलेगी। इससे आपकी जानकारी भी सुरक्षित रहेगी।

हमारी जानकारी सुरक्षित कैसे करता है?

वीपीएन हमारी जानकारी अलग अलग तरह से सुरक्षित रखता है।

ब्राऊजिंग हिस्टरी 

आप जब भी इंटरनेट पर कुछ सर्च करते है तो कइयों को ये पता चलता है की आप क्या कर रहे है। इसमें गूगल, ब्राउजर, इंटरनेट सुविधा देने वाली कंपनी, अगर पब्लिक वाईफाई इस्तेमाल कर रहे है तो सारी जानकारी उसे पता चल जाती है और अगर घर का या ऑफिस का वाईफाई इस्तेमाल करते है तो फिर आप किस वेबसाईट पर गए है इतनी ही जानकारी पता कहती है।

इसमें सबसे जरूरी जानकारी होती है आपका आईपी अड्रेस। ये कंपनीया आपके आईपी अड्रेस के जरिए आपने क्या सर्च किया है इसका रिकार्ड रखती है। फिर इसका इस्तेमाल आपको विज्ञापन दिखाने के लिए करते है। वो कैसे?

जैसे अगर आप इस पोस्ट में वीपीएन क्या है? ये सर्च करके आए होंगे तो फिर कुछ देर में आपको वीपीएन कंपनियों के विज्ञापन दिखाने चालू हो सकते है।

चलिए इससे ज्यादा दिक्कत नहीं होगी पर अगर आप किसी अपने बीमारी के बारें मे सर्च कर रहे है और आपको उससे जुड़ा कोई विज्ञापन दिखाया जा सकता है। और आपको ये जानकारी किसी फार्मसी कंपनी को भी बेची जा सकती है।

आईपी अड्रेस और लोकैशन 

कोई भी कंपनी या वेबसाईट जो ट्रैकर का इस्तेमाल करते है वो आपके ब्राउजर के मदद से आपका आईपी अड्रेस कैप्चर करते है। इससे आप इंटरनेट पर सर्च करते समय कहाँ थे और क्या सर्च कर रहे थे ये चीजें उन्हे पता चलती है।

पर वीपीएन का इस्तेमाल करने से इनमें कोई भी चीज उन्हे नहीं दिखेगी। अगर उन्होंने आपको वीपीएन के आईपी अड्रेस से ट्रैक भी किया तो भी वो विज्ञापन आपको उस आईपी अड्रेस पर दिखाएंगे जो की वीपीएन बंद करने के बाद उसका आप से कुछ भी संबंध नहीं रहेगा।

स्ट्रीमिंग 

netflix, amazon इन जैसी ott apps आप इस्तेमाल करते है तो फिर कुछ फिल्में आप भारत में रहकर नहीं देख सकते। फिर ऐसे समय आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।

आपका डिवाइस

ये आपका डिवाइस सुरक्षित रखने में भी कुछ हद तक मदद करता है। आप जब भी किसी पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करते है तो तब आपका वो कनेक्टेड डिवाइस बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं होता। हैकर डेरा लगाए बैठे होते है। पर अगर आप वीपीएन का इस्तेमाल कर पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करते है तो फिर आप सुरक्षित होते है। इसकी मदद से आपकी जनक्री इन्क्रिप्ट हो जाती है। इससे हैकर आप क्या कर रहे है वो कुछ भी नहीं देख पाएगा।

खरीदते समय कोनसी चीज का ध्यान रखें?

आगर आपको वीपीएन खरीदना है तो नीचे दी गई चीजों का ध्यान रख सकते है।

प्राइवसी पॉलिसी

इसका मुख्य उद्देश्य ये है की आपकी जानकारी सुरक्षित होनी चाहिए, आप क्या सर्च कर रहे है ये किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए। पर अगर आपका वीपीएन ही आपकी जानकारी सेव्ह कर रहा तो फिर क्या फायदा? इसलिए वीपीएन खरीदते समय उनकी पॉलिसी में नो लॉग पॉलिसी का समावेश होना चाहिए।

प्रोटोकॉल 

वो कंपनी या तो wireguard या फिर OpenVPN इन दोनों में से एक प्रोटोकॉल का इस्तेमाल कर रही है ये देखें। ये फिलहाल सबसे ज्यादा सुरक्षित और फास्ट और नए यही। OpenVPN में हमारी जानकारी इन्क्रिप्ट करी जाती है और उसे decrypt करने के लिए जो key लगती है वो हर ७ मिनट में बदलती रहती है। जिससे हैकर उसे हैक नहीं कर पाएगा।

डेटा लिमिट 

जो भी वीपीएन खरीदेंगे वो आपको अनलिमिटेड डाटा प्रदान करता है या नहीं वो देखे। अगर वो लिमिट रखता है तो फिर उसे बिल्कुल भी ना खरीदें।

सर्व्हर लोकेशन 

खरीदते समय आपने ये ध्यान देना चाहिए की उनके सर्वर किन देशों में है। आपको जिस देश का सर्वर चाहिए वो है या नहीं ये जरूर देखें। जैसे अगर मुझे भारत का सर्वर चाहिए और उस कंपनी का सर्वर भारत में नहीं है तो फिर उसे खरीदने का कोई फायदा नहीं।

world of map pointing differnt vpn locations on it 3d illustration vector style

एक से ज्यादा डिवाइस डिवाइस

आपने खरीद हुआ वीपीएन आपको एक से ज्यादा डिवाइस इस्तेमाल करने की सुविधा देता हो। मतलब एक समय में ही मोबाईल, लैपटॉप, टैबलेट, टीवी इन सब चीजों आप उनका इस्तेमाल कर सके।

कीमत 

वीपीएन महंगा है इसलिए कोई भी मुफ़्त वाले बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें। क्योंकि उनका इस्तेमाल करना या ना करना एक ही चीज होगी। क्योंकी वो पैसे कमाने के लिए आपकी जानकारी बेच सकते है। आपको वो विज्ञापन दिखा सकते है जो सुरक्षित नहीं हो सकते है।

कुछ फीचर्स

वीपीएन में कुछ फीचर्स होने जरूरी है। जैसे उसमें कील स्विच फीचर होना ही चाहिए। इससे जब भी आपका इंटरनेट कनेक्शन टूट जाएगा तो आपकी जानकारी सुरक्षित नहीं रहेगी इस समय ये फीचर सारे कनेक्शन तोड़ देगा जिससे आप सुरक्षित रहेंगे। इससे आपकी आईपी अड्रेस लीक नहीं होगी।

सुरक्षा

व्हीपीएन च्या मदतीने तुम्ही मॅन इन द मिडल अटॅक पासून वाचू शकता. हा हल्ला खास करून पब्लिक वायफाय वापरत असताना होतो. पण व्हीपीएन वापरल्याने याच्यापासून तुम्ही वाचू शकता.

वीपीएन की मदद से मॅन इन द मिडल अटैक से बच सकते है। ये हमला खास कर पब्लिक वाईफाई के इस्तेमाल से होता है। पर वीपीएन का इस्तेमाल करने से आप सुरक्षित रहेंगे।

सरल शब्दों में वीपीएन क्या है?

सरल शब्दों में ये आपकी जानकारी काफी सुरक्षित रखता है और कुछ हमलों से आपको सुरक्षित भी रखता है। खास कर पब्लिक वाईफाई इस्तेमाल करते समय इसका इस्तेमाल जरूर करें।

वीपीएन प्रोटोकॉल कितने प्रकार के होते हैं?

ये कुल ६ प्रकार के है। पर आप बस दो प्रोटोकॉल सबसे सुरक्षित है। एक wireguard और OpenVPN ये वो प्रोटोकॉल है।

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