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अगर आप इंटरनेट और ब्राउजर का इस्तेमाल करते है तो आपके मोबाईल एक एंटिवायरस होना ही चाहिए। ये बिल्कुल मत सोचना की बिना एंटिवायरस के आप का मोबाईल सुरक्षित है। आज के इस पोस्ट में मैं आपको इनके बारें में जानकारी दूंगा।
भारत में लगभग ७४ करोड़ से ज्यादा लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते है और साथ ही में भारत दूसरे देशों की तुलना में इंटरनेट का भी इस्तेमाल काफी ज्यादा करते है। तो इंटरनेट के यूजर भी काफी ज्यादा है और कई लोगों का तो काम ही ऑनलाइन चलता है। उन्होंने मोबाईल की सुरक्षा को नजरंदाज नहीं करना चाहिए।
विषयसूची
मोबाईल एंटिवायरस क्यों इस्तेमाल करना चाहिए?
मोबाईल हैकिंग
फिलहाल भारत में ७४ करोड़ स्मार्टफोन के यूजर है और ये आकडा २०२६ तक १०० करोड़ तक जा सकता है। आप अपने मोबाईल का इस्तेमाल अलग अलग कामों के लिए इस्तेमाल करते होंगे जैसे: ऑनलाइन खरेदी, पैसे भेजने, ऑनलाइन बिल भरना आदि। ऐसे कई काम है जो आप करते होंगे। पर ऐसे समय में आपका मोबाईल असुरक्षित हो सकता है आप बस एक लिंक पर क्लिक करने जितना दूर है।
बस एक गलत लिंक पर क्लिक और आपका मोबाईल हैक हो जाएगा और आपकी सारी जानकारी हैक हो जाएगी। ये सब आपके पीठपीछे हो जाएगा। आपको पता लगने तक तो वक्त निकल जाएगा। इंटरनेट और स्मार्टफोन के इस्तेमाल से भारत में साइबर क्राइम भी बढ़ रहे है। इससे आपको एक एंटिवायरस कुछ हद तक जरूर बचा सकता है।
एंटिवायरस (Antivirus) करता क्या है?
अगर आप रोज ब्राउजर का इस्तेमाल करते है तो आपको एंटिवायरस का इस्तेमाल करना ही चाहिए। क्योंकि गूगल पर अंधा विश्वास करके हम किसी भी लिंक पर क्लिक करते है। पर गूगल पर दिखने वाली सारी लिंक्स सुरक्षित होती है ऐसा नहीं।
क्योंकि हैकर कुछ इस तरह से उनके वेबसाईट बनाते है जिससे उनकी वेबसाईट गूगल के पहले पेज पर आ जाती है और हम उस वेबसाईट पर क्लिक भी कर देते है। ये एंटिवायरस आपको बात सकता है की कोनसी लिंक खतरनाक है या नहीं और आपको उस पर जाना चाहिए या नहीं। साथ ही ये एंटिवायरस अगर आप कोई खतरनाक एप का इस्तेमाल कर रहे है तो उसके बारें में भी बताता है। मैलवेयर, रैन्समवेयर, मोड apk ऐसे खतरों से बचाता है।
नीचे मैंने ऐसे ही कुछ एप के बारों में बताया है आप आपने इस्तेमाल के अनुसार उनका चयन करें।
- बेस्ट फ्री पासवर्ड मैनेजर
- DNS क्या है?
- पेगासस स्पाइवेयर स्कैम
- मोबाईल सुरक्षा टिप्स हिन्दी
- AES Encryption Method in Hindi
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सोफोस Intercept X
ये कंपनी जो फीचर्स देती है उसके लिए आपको दूसरी कंपनियों को पैसे देने पड़ेंगे। और इसके सारे फीचर्स अच्छे से काम करते है। मैंने खुद इसे मेरे मोबाईल पर टेस्ट किया है। इसलिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।
फीचर्स | अँड्रॉईड | आयओएस |
---|---|---|
डिवाइस सुरक्षा | है | है |
मॅन इन द मिडल अटॅक पासून सुरक्षा | है | है |
web protection | है | है |
वेब फिल्टरिंग | है | है |
फिशिंग से सुरक्षा | है | |
मॅलवेअर से सुरक्षा | है | नहीं |
खतरनाक एप से सुरक्षा | है | नहीं |
सुरक्षित QR कोड स्कॅनर | है | नहीं |
ऑथेंटिकेटर | है | नहीं |
पासवर्ड मॅनेजर | है | नहीं |
प्रायवसी सलाह | है | नहीं |
सुरक्षा सलाह | है | नहीं |
web protection में आप जब भी ब्राउजर में किसी लिंक पर क्लिक करेंगे तब वो लिंक सुरक्षित है या नहीं इसे जाँचेगा और अगर वो सुरक्षित है तभी आपको ये आगे जाने देगा वरना एक चेतावनी देगा और आपक खुद तय कर सकेंगे की आपको जाना है या नहीं। और ये फीचर क्रोम और माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर पर उन्होंने खुद टेस्ट किया पर दूसरे ब्राउजर में काम करेगा या नहीं इसके बारें में उन्हे भरोसा नहीं पर काम कर सकता है ऐसा उनका कहना है। पर मैंने दूसरे ब्राउजर में जांच करी है और इसने का किया था।
वेब फ़िल्टरिंग में इन्होंने १४ अलग अलग प्रकार की वेबसाईट की केटेगरी बनाई है जिसके अनुसार आप अपने मर्जी के मुताबिक वेबसाईट ब्लॉक कर सकते है। मतलब अगर आपको अश्लील वेबसाईट ब्लॉक करनी है तो ब्लॉक कर सकते है।
ये कंपनी आपको खतरनाक एप से भी आपका मोबाईल बचा सकती है। इसके लिए वो आपने डेटाबेस का और ai का इस्तेमाल करते है।
एम कवच २
ये एंटिवायरस भारत में बनाया गया है। हैदराबाद की एक कंपनीने इसे बनाया है। ये फिलकुल फ्री एंटिवायरस है। पर ये दूसरे एंटिवायरस जितना प्रभावशाली नहीं है। इसमें web protection की सुरक्षा नहीं मिलती।
इसमें Threat Analyzer नाम का एक फीचर मिलता है जो मोबाईल में कोई मैलवेयर है या नहीं ये देखता रहता है। Security Advisor में मोबाईल में कोनसी सेटिंग चालू रहनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए इसके बारें बताया जाता है। अगर आपने ऐसी कोई सेटिंग चालू की है तो ये उसे बंद करने को बोलेगा। पर आपको उस सेटिंग के बारें में जानते है तो फिर आप अपनी मर्जी उसे चालू या बंद कर सकते है।
Hidden/Banned Apps कुछ मैलवेयर ऐसे होते है जो स्क्रीन पर नहीं दिखते। उन्हें देखने के लिए आप इस एप का इस्तेमाल कर सकते है। और अगर आप उस एप को नहीं जानते तो आप उसे डिलीट कर सकते है। Adware Scanner इसकी मदद से आपके मोबाईल में कोनसी एप विज्ञापन दिखाती है ये बताता है। पर अगर आप किसी चीनी कंपनी का फोन इस्तेमाल करते है तो फिर उसमें पहले से काफी सारे विज्ञापन दिखाई देते है, उन्हें आप रोक नहीं सकते है।
क्विकहिल एंटिवायरस
ये नाम तो आपने सुना ही होगा। ये कंपनी भी काफी अच्छी है। इसमें आपको फ्री में web protection का फीचर मिल जाता है जिसके लिए दूसरी कंपनियों को पैसे देने पड़ते है। इसलिए आप इनका इस्तेमाल कर सकते है। साथ ही इसमें Quick Scan, Deep Scan, App Lock, Anti theft, Safe Browsing, WIFI security, Battery saver, Device cleaner, Privacy Advisor, App Advisor, Screen Time ये सारे फीचर फ्री में मिल जाते है।
इससे ज्यादा फीचर के लिए आपको पैसे देने पड़ेंगे। और अगर ऊपर बताए फीचर आपको इस्तेमाल करने है तो फिर आपको एप में विज्ञापन दिखाए जाते है। और ये विज्ञापन गूगल ads मदत से दिखाए जाते है जो की अच्छी बात नहीं है। गूगल इस एप की मदद से शायद ट्रैक भी कर सकता है।
अविरा सेक्युरिटी
ये कंपनी क्विकहील से थोड़े काम फीचर देती है पर एक फीचर ज्यादा देती है जो क्विकहील में नहीं है। इसमें आपको स्मार्ट स्कैन मिलता है जो adware, riskware और खतरनाक एप को ब्लॉक करता है। साथ ही में फोन का स्टोरेज भी स्कैन करता है। जो की एंटिवायरस में भी मिलता है।
इसमें एप लॉक का फीचर भी मिलता है। Identity Safeguard में आप आपने ईमेल को स्कैन कर सकते है की वो डार्क वेब पर है या नहीं। ये फीचर ऊपर के एंटिवायरस में नहीं मिलता। इसमें डिवाइस बूस्टर भी मिलता है। कॉल ब्लाकर, पर्मिशन मैनेजर ये पर्याय भी मिलते है। साथ ही ये कंपनी भी काफी अच्छी है। इसमें वीपीएन भी मिलता है जिसे आप १०० mb तक इस्तेमाल कर सकते है।
Kaspersky
ही रशियाची कंपनी आहे. यावर विश्वास ठेवायचा की नाही ही तुमची मर्जी आहे. याची सुविधा पण खूप चांगली आहे. यात २०० mb पर्यंत व्हीपीएन वापरायला मिळतं. धोकादायक apps पासून वाचवतं. स्कॅन साठी वेगवेगळे पर्याय मिळतात. ज्याप्रमाणे लॅपटॉप मध्ये पर्याय मिळतात तसेच यात आहेत. तुम्ही पूर्ण मोबाईल स्कॅन करू शकता, क्विक स्कॅन पण करू शकता किंवा फक्त एक फाइल पण स्कॅन करू शकता.
कॉल फिल्टर पण मिळतं. QR कोड स्कॅनर मिळतं. सुरक्षित पणे स्कॅन करू शकता. वीक सेटिंग चालू आहेत की नाहीत ही पण बघू शकता. कोणती पर्मिशन कोणत्या app ला दिली आहे ते बघू शकता. इतर फीचर्स साठी पैसे द्यावे लागतील.
ये रूस की कंपनी है। इसपर विश्वास रखना है या नहीं ये आपकी मर्जी है। इसकी सुविधा भी काफी अच्छी है। इसमें आपको २०० mb तक का वीपीएन इस्तेमाल करने को मिलता है। ये आपको खतरनाक एप से भी बचाता है। स्कैन के लिए तीन अलग अलग पर्याय मिलते है। जिस तरह लैपटॉप में मिलते है उसी तरह है ये। कॉल फ़िल्टर भी मिलता है।
QR कोड स्कैनर, क्विक स्कैन कर सकते है, पूरा डिवाइस स्कैन कर सकते या फिर एक अकेली फाइल भी स्कैन कर सकते है। कोई कमजोर सेटिंग चालू है या नहीं वो भी देख सकते है। किस एप को कोनसी पर्मिशन दी है वो भी देख सकते है। दूसरे फीचर के लिए पैसे देने पड़ेंगे।
ESET
ये भी काफी अच्छी कंपनी है पर ये फ्री में केवल एंटिवायरस स्कैनिंग का एक ही फीचर देती है बाकी के फीचर के लिए आपको पैसे देने पड़ेंगे।
Bitdefender
इनके फ्री प्लान में आपको सिर्फ एंटिवायरस स्कैन का ही फीचर मिलता है। इसके लिए ये एप इंटरनेट का इस्तेमाल करती है और मोबाईल पर ज्यादा लोड भी नहीं डालती। इसलिए अगर आपका फोन ज्यादा पावरफूल नहीं है तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।
Mcafee
ही कंपनी फ्री मध्ये फक्त तीनच फीचर देते ज्यात antivirus स्कॅन, वायफाय स्कॅन आणि आयडेनटिटी स्कॅन हे आहेत. यापेक्षा जास्त काही पाहिजे असेल तर मग खरेदी करावं लागेल.
ये कंपनी भी फ्री में केवल तीन ही फीचर देती है जिसमें एंटिवायरस स्कैन, वाईफाई स्कैन और आइडेंटिटी स्कैन ये फीचर मिलते है। इससे ज्यादा फीचर के लिए पैसे देने पड़ेंगे।
चीनी मोबाईल कंपनियां
वैसे तो सारी मोबाईल कंपनी के मोबाईल में आपको एक एंटिवायरस जैसा फीचर मिलता है जो आपको ज्यादा सुरक्षित नहीं रख सकता है। क्योंकि वो avast जैसी कंपनी के फीचर्स का इस्तेमाल करके उनके नाम से दिखाते है। और avast के एंटिवायरस इस्तेमाल ना करें। क्योंकि ये कंपनी उनके यूजर की जानकारी दूसरी कंपनियों को बेचती है। फरवरी २०२४ में इसे जुर्माना भी लगाया गया था।
और ये चीनी कंपनियों के मोबाईल दूसरे एंटिवायरस के apps को accessibility की पर्मिशन ही नहीं देती। कुछ दिनों बाद वो खुद ये पर्मिशन हटा देती है। मेरे घर में redmi, iqoo और विवो के फोन है उनमें मुझे ये दिक्कत हुई थी। ये पर्मिशन आपको ब्राउजर इस्तेमाल करते समय सुरक्षित रखती है। पर सैमसंग के फोन में इस तरह की कोई भी दिक्कत नहीं दिखाई दी।
एंटिवायरस(Antivirus) क्या करता है?
एंटिवायरस आपको खतरनाक apps से बचाता है। मैलवेयर, रैन्समवेयर, mod apk जैसे खतरों से भी बचाता है।
मोबाईल के लिए एंटिवायरस(Mobile Antivirus) इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं?
इंटरनेट और स्मार्टफोनए के इस्तेमाल की वजह से भारत में साइबर क्राइम बढ़ रहें है। एक एंटिवायरस आपको इससे बचा सकता है।
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